शेयर बाजार में सफलता केवल किस्मत का खेल नहीं है, बल्कि यह गहरी समझ, सटीक विश्लेषण और अनुशासन का परिणाम होता है। आम निवेशक के लिए सही स्टॉक्स का चयन करना और उनके सही समय पर खरीद-बिक्री का निर्णय लेना आसान नहीं होता। यही कारण है कि एक कुशल फंड मैनेजर की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है। भारत में कई ऐसे फंड मैनेजर्स हैं जिन्होंने अपनी बुद्धिमता और रणनीति से निवेशकों को शानदार रिटर्न्स दिलाए हैं। ये सिर्फ बाजार के उतार-चढ़ाव को नहीं समझते, बल्कि अर्थव्यवस्था, सेक्टोरल ग्रोथ, कंपनी फंडामेंटल्स और ग्लोबल ट्रेंड्स का गहन विश्लेषण भी करते हैं। आज हम भारत के सबसे सफल फंड मैनेजर्स के बारे में विस्तार से जानेंगे, जिनकी रणनीतियां लाखों निवेशकों के लिए फायदेमंद साबित हुई हैं।
फंड मैनेजर कौन होता है?
फंड मैनेजर एक ऐसा वित्तीय विशेषज्ञ होता है, जो म्यूचुअल फंड्स के पोर्टफोलियो को संभालता है। वे बाजार के उतार-चढ़ाव, कंपनियों की वित्तीय स्थिति और विभिन्न सेक्टर्स के प्रदर्शन का गहराई से विश्लेषण कर बेहतरीन निवेश निर्णय लेते हैं। इनका अनुभव और ज्ञान ही निवेशकों के लिए लाभदायक रिटर्न सुनिश्चित करने में मदद करता है।भारत के टॉप 10 फंड मैनेजर्स 2025
1. संकरन नरेन (Sankaran Naren) – ICICI Prudential Mutual Fund

- AUM: ₹1,23,053 करोड़ |
- स्कीम्स: 33 |
- अनुभव: 26 साल |
2. आर. श्रीनिवासन (R. Srinivasan) – SBI Mutual Fund

- AUM: ₹1,14,343 करोड़ |
- स्कीम्स: 14 |
- अनुभव: 26 साल |
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं, तो आपने SBI Mutual Fund का नाम जरूर सुना होगा। और जब बात SBI Mutual Fund के सबसे काबिल फंड मैनेजर्स की होती है, तो आर. श्रीनिवासन (R. Srinivasan) का नाम शीर्ष पर आता है। वे सिर्फ एक फंड मैनेजर नहीं, बल्कि लाखों निवेशकों के सपनों को साकार करने वाले मार्गदर्शक हैं। आर. श्रीनिवासन ने 26 वर्षों के करियर में निवेश की दुनिया में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन उनकी गहरी समझ, रिसर्च-आधारित निर्णय और अनुशासित दृष्टिकोण ने उन्हें भारत के टॉप फंड मैनेजर्स में शामिल किया है। आज वे SBI Mutual Fund में ₹1,14,343 करोड़ AUM को मैनेज कर रहे हैं – और यह उनके कौशल का प्रमाण है।
"धैर्य और अनुशासन से ही असली वेल्थ बनाई जाती है!" – आर. श्रीनिवासन

"धैर्य और अनुशासन से ही असली वेल्थ बनाई जाती है!" – आर. श्रीनिवासन
3. श्रेयस देवलकर (Shreyash Devalkar) – Axis Mutual Fund

- AUM: ₹58,601 करोड़
- स्कीम्स: 12 |
- अनुभव: 14 साल |
अगर आपने कभी Axis Mutual Fund में निवेश किया है, तो इसके शानदार प्रदर्शन के पीछे श्रेयस देवलकर (Shreyash Devalkar) की कुशल रणनीति और गहरी रिसर्च का बड़ा हाथ है। वे केवल एक फंड मैनेजर नहीं, बल्कि निवेशकों की पूंजी को संवारने वाले मार्गदर्शक हैं। उनके फैसले न केवल डेटा और रिसर्च पर आधारित होते हैं, बल्कि एक लॉन्ग-टर्म विजन भी उनमें झलकता है। श्रेयस देवलकर ने अपने 14 साल के करियर में शेयर बाजार को करीब से समझा है। वे ₹58,601 करोड़ AUM को संभाल रहे हैं और Axis Mutual Fund के Axis Bluechip Fund और Axis Growth Opportunities Fund जैसे सफल फंड्स के पीछे उनका ही हाथ है। श्रेयस देवलकर की अगुवाई में Axis Mutual Fund के फंड्स लगातार मार्केट में शानदार परफॉर्म कर रहे हैं। वे एक ऐसे इन्वेस्टमेंट अप्रोच को फॉलो करते हैं जो कम रिस्क और हाई रिटर्न की ओर जाता है। यही कारण है कि Axis Bluechip Fund और Axis Midcap Fund लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स के बीच बेहद लोकप्रिय हैं।
"बाज़ार में शॉर्टकट नहीं चलते, सही रिसर्च और अनुशासन ही असली दौलत बनाते हैं!" – श्रेयस देवलकर
4. जिनेश गोपानी (Jinesh Gopani) – Axis Mutual Fund

- AUM: ₹54,466 करोड़ |
- स्कीम्स: 24 |
- अनुभव: 17 साल |
"सही कंपनियों में सही समय पर निवेश करने से ही असली वेल्थ बनाई जाती है!" – जिनेश गोपानी
5. हर्ष उपाध्याय (Harsha Upadhyaya) – Kotak Mahindra Mutual Fund

- AUM: ₹50,059 करोड़ |
- स्कीम्स: 14 |
- अनुभव: 23 साल |
"धैर्य और अनुशासन के साथ सही कंपनियों में निवेश करें, यही सफलता की कुंजी है!" – हर्ष उपाध्याय
6. राहुल बैजल (Rahul Baijal) – HDFC Mutual Fund

- AUM: ₹36,981 करोड़ |
- स्कीम्स: 7 |
- अनुभव: 21 साल |
"बाजार के शोर में नहीं, रिसर्च और अनुशासन में असली सफलता छिपी होती है!" – राहुल बैजल
7. सोहिनी अंडानी (Sohini Andani) – SBI Mutual Fund

- AUM: ₹36,724 करोड़ |
- स्कीम्स: 4 |
- अनुभव: 23+ साल |
"बाजार में भावनाओं से नहीं, रिसर्च और लॉन्ग-टर्म प्लानिंग से निवेश करें!" – सोहिनी अंडानी
8. मनीष गुनावन (Manish Gunawan) – Nippon India Mutual Fund
- AUM: ₹22,395 करोड़ |
- स्कीम्स: 12 |
- अनुभव: 20+ साल |
वे अपने वेल्थ क्रिएशन अप्रोच और कंसिस्टेंट रिटर्न देने के लिए पहचाने जाते हैं। शेयर बाजार में निवेश सिर्फ नंबर गेम नहीं है, यह धैर्य, गहरी समझ और सही फैसलों का खेल है। जब सही समय पर सही निर्णय लिए जाते हैं, तो निवेशकों के पोर्टफोलियो में असाधारण वृद्धि देखी जाती है। निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड (Nippon India Mutual Fund) के अनुभवी फंड मैनेजर मनीष गुनावन (Manish Gunawan) इसी रणनीति के साथ निवेशकों की पूंजी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। मनीष गुनावन के पास 20 से अधिक वर्षों का अनुभव है, जो उन्हें मार्केट के हर उतार-चढ़ाव को समझने में निपुण बनाता है। वे ₹22,395 करोड़ के AUM को मैनेज कर रहे हैं और 12 स्कीम्स की कमान संभाल रहे हैं। उनकी रणनीति हमेशा डेटा, रिसर्च और लॉन्ग-टर्म ग्रोथ पर केंद्रित रहती है, जिससे निवेशकों को स्थिर और शानदार रिटर्न प्राप्त होते हैं। मनीष गुनावन की विशेषज्ञता और मार्केट पर पैनी नजर ने निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड को निवेशकों के लिए एक मजबूत विकल्प बना दिया है। वे कम जोखिम में अधिकतम लाभ दिलाने की रणनीति अपनाते हैं और लॉन्ग-टर्म वेल्थ क्रिएशन पर विशेष ध्यान देते हैं।

"बाजार की चाल बदलती रहती है, लेकिन सही रणनीति और धैर्य हमेशा जीत दिलाते हैं!" – मनीष गुनावन
9. अनिरुद्ध नाहा (Aniruddha Naha) – PGIM India Mutual Fund

- AUM: ₹12,503 करोड़ |
- स्कीम्स: 12 |
- अनुभव: 18+ साल |
"बाजार में डरने की नहीं, सही मौके को पहचानने की जरूरत होती है!" – अनिरुद्ध नाहा
10. अंकित अग्रवाल (Ankit Agarwal) – UTI Mutual Fund

- AUM: ₹8,167 करोड़ |
- स्कीम्स: 5 |
- अनुभव: 15+ साल |
वे रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न और लॉन्ग-टर्म वैल्यू इन्वेस्टिंग के लिए जाने जाते हैं। शेयर बाजार में सफलता सिर्फ संख्याओं का खेल नहीं है, यह एक दृष्टिकोण, रणनीति और अनुशासन का परिणाम है। सही फंड मैनेजर चुनना एक ऐसे कप्तान को चुनने जैसा है, जो हर तूफान में भी आपका जहाज सही दिशा में ले जाए। UTI Mutual Fund के प्रतिभाशाली फंड मैनेजर अंकित अग्रवाल (Ankit Agarwal) ऐसे ही एक अनुभवी निवेश विशेषज्ञ हैं, जो अपने 15+ वर्षों के गहरे अनुभव से निवेशकों के पोर्टफोलियो को नई ऊंचाइयों तक ले जा रहे हैं। अंकित अग्रवाल ₹8,167 करोड़ के AUM को मैनेज कर रहे हैं और 5 स्कीम्स की कमान संभाल रहे हैं। वे कंपनियों का मूल्यांकन केवल उनके मौजूदा आंकड़ों से नहीं करते, बल्कि उनकी भविष्य की ग्रोथ क्षमता और स्थिरता को भी परखते हैं।
Ans. फंड मैनेजर निवेशकों के पैसे को सही जगह निवेश करके बेहतर रिटर्न दिलाने की कोशिश करते हैं।
Q2. भारत का सबसे सफल फंड मैनेजर कौन है?
Ans. भारत में कई टॉप फंड मैनेजर्स हैं, जिनमें नीलेश शाह, शंकर शर्मा, प्रतीक गांधी और मनीष गुंथर प्रमुख हैं।
Q3. फंड मैनेजर की रणनीति से खुद निवेश करना कितना फायदेमंद है?
Ans. अगर आप फंड मैनेजर्स की रणनीतियों को समझकर खुद निवेश करते हैं, तो यह फायदेमंद हो सकता है, लेकिन अनुभव और रिसर्च जरूरी है।
Q4. क्या सभी फंड मैनेजर्स का निवेश करने का तरीका अलग होता है?
Ans. हां, हर फंड मैनेजर की अपनी रणनीति और अप्रोच होती है, जो मार्केट के हिसाब से बदलती रहती है।
Q5. क्या हमें अपने म्यूचुअल फंड्स बदलते रहना चाहिए?
Ans. अगर कोई फंड लगातार खराब प्रदर्शन कर रहा है, तभी बदलाव करें, वरना लॉन्ग-टर्म निवेश ही सही रणनीति है।
"शेयर बाजार में शॉर्टकट नहीं, सही रणनीति से ही बड़ा लाभ संभव है!" – अंकित अग्रवाल
निष्कर्ष: सही फंड मैनेजर का चुनाव क्यों जरूरी है?
सोचिए, आपने बड़ी मेहनत से अपनी कमाई का एक हिस्सा बचाया और उसे निवेश करने का फैसला किया। आप चाहते हैं कि यह पैसा सुरक्षित रहे, बढ़े और आपके सपनों को साकार करे। लेकिन सवाल उठता है – क्या आपका पैसा सही हाथों में है? बाजार के उतार-चढ़ाव में सही निर्णय लेना एक कला है। हर कोई स्टॉक्स के नंबर देख सकता है, लेकिन उन्हें समझकर सही वक्त पर सही कदम उठाना सिर्फ एक अनुभवी फंड मैनेजर ही कर सकता है। एक अच्छा फंड मैनेजर आपके निवेश को सिर्फ बढ़ाता ही नहीं, बल्कि उसे सुरक्षित भी रखता है। अगर आप चाहते हैं कि आपका पैसा बेहतर ग्रोथ करे, रिस्क कम रहे और आपको अच्छी नींद आए, तो सही फंड मैनेजर को चुनना बहुत जरूरी है।FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. फंड मैनेजर का क्या काम होता है?Ans. फंड मैनेजर निवेशकों के पैसे को सही जगह निवेश करके बेहतर रिटर्न दिलाने की कोशिश करते हैं।
Q2. भारत का सबसे सफल फंड मैनेजर कौन है?
Ans. भारत में कई टॉप फंड मैनेजर्स हैं, जिनमें नीलेश शाह, शंकर शर्मा, प्रतीक गांधी और मनीष गुंथर प्रमुख हैं।
Q3. फंड मैनेजर की रणनीति से खुद निवेश करना कितना फायदेमंद है?
Ans. अगर आप फंड मैनेजर्स की रणनीतियों को समझकर खुद निवेश करते हैं, तो यह फायदेमंद हो सकता है, लेकिन अनुभव और रिसर्च जरूरी है।
Q4. क्या सभी फंड मैनेजर्स का निवेश करने का तरीका अलग होता है?
Ans. हां, हर फंड मैनेजर की अपनी रणनीति और अप्रोच होती है, जो मार्केट के हिसाब से बदलती रहती है।
Q5. क्या हमें अपने म्यूचुअल फंड्स बदलते रहना चाहिए?
Ans. अगर कोई फंड लगातार खराब प्रदर्शन कर रहा है, तभी बदलाव करें, वरना लॉन्ग-टर्म निवेश ही सही रणनीति है।