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Wipro Share Price Target 2030: क्या यह बनेगा अगला मल्टीबैगर?

Multibagger Stock Wipro: अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने में रुचि रखते हैं, तो आपने “मल्टीबैगर स्टॉक्स” के बारे में जरूर सुना होगा। ये वे स्टॉक्स होते हैं जो निवेशकों को असाधारण रिटर्न देते हैं और उनकी पूंजी को कई गुना बढ़ा देते हैं। 

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आज हम बात कर रहे हैं भारत की प्रतिष्ठित IT कंपनी विप्रो (Wipro) के शेयर की, जो कि पिछले दो दशकों में अपने निवेशकों की किस्मत बदल दी। जिसने 2003 में इस कंपनी में मात्र ₹10000 का निवेश किया होगा वो आज करोड़पति बन बैठे हैं। 


Multibagger Stock Wipro: 2003 में किया गया ₹10000 का निवेश जो आज करोड़ों में बदल गया 

वैसे तो शेयर बाजार में ऐसे कई स्टॉक्स हैं जिन्होंने समय के साथ निवेशकों को चौंकाने वाला रिटर्न दिया है। इन्हीं में से एक नाम है विप्रो (Wipro), जिसने लंबी अवधि में अपने निवेशकों को शानदार रिटर्न के साथ कई बार बोनस शेयर भी दिए हैं। यह IT सेक्टर की प्रमुख कंपनी अब मल्टीबैगर स्टॉक के रूप में अपनी पहचान बना चुकी है।


Wipro Share Performance 2003 से लेकर 2025 तक 

Wipro Share Price May 2003

1. दीर्घकालिक ग्रोथ:

  • 2003 में शेयर प्राइस: ₹15 प्रति शेयर
  • 2025 में शेयर प्राइस (28 जुलाई): ₹250.20 प्रति शेयर
  • 22 वर्षों में ग्रोथ: ~1568% मूल्य वृद्धि


2. निवेश उदाहरण (₹10,000 का निवेश):

  • 2003 में ₹10,000 निवेश करने पर 666 शेयर मिले
  • 6 बार बोनस शेयरों के कारण 2025 तक शेयर संख्या: 35,520 शेयर
  • मौजूदा वैल्यू (2025): ₹88,87,104
  • अब तक का कुल डिविडेंड इनकम: ₹10,61,826

✅ कुल वैल्यू  जुलाई 2025 तक (कैपिटल + डिविडेंड): ₹99,48,930+


Wipro Dividend and Bonus History

Wipro Dividend and Bonus History: अगर किसी निवेशक ने मई 2003 में मात्र ₹10000 Wipro के शेयरों में लगाए होते, जो कि उस समय विप्रो के शेयर की कीमत लगभग ₹15 प्रति शेयर थी, तो उसे उस समय लगभग 666 शेयर प्राप्त होते। इसके बाद अगले ही साल 25 Jun 2004 को Wipro कंपनी ने 2:1 के Ratio से बोनस शेयर जारी किया जिसका रिकार्ड डेट 28 Jun 2004 था। उसके बाद वही 666 शेयर बढ़कर तीन गुना हो जाते और शेयरों की संख्या बढ़कर 1999 हो गयी होती। 


Wipro Share Price July 2004

गूगल करने पर ये साफ दिखाई दे रहा है कि विप्रो कंपनी के शेयर 2 जुलाई 2004 को लगभग ₹30 पर ट्रेड कर रहे थे। इस हिसाब से मात्र 1 साल में ही इन शेयरों की वैल्यू 1998 X ₹30 = ₹59,940 हो गयी थी। इस प्रकार वही ₹10000 का निवेश मात्र 1 ही साल में लगभग 6 गुना बढ़ गया था। 

इतना ही नहीं, विप्रो कंपनी ने इस दौरान ₹30 का डिविडेंड भी दिया था। इसका मतलब  666 शेयर X ₹30 = ₹19980 का अतिरिक्त इनकम जो कि डिविडेंड के रूप में मिला। और यह पैसा कंपनी ने निवेशक के बैंक अकाउंट में सीधे ट्रांसफर कर दिया। अगर इसे भी जोड़ दिया जाय तो मात्र 1 ही साल में निवेशक के द्वारा किया गया ₹10000 का निवेश लगभग 8 गुना हो गया। 

पुनः अगले ही साल विप्रो ने 29 Jun 2005 को 5.00 का FINAL डिविडेंड दिया। चूंकि निवेश के समय तो निवेशक को केवल 666 शेयर ही मिले थे, लेकिन इसके बाद होल्ड किये जाये 1 शेयर पर 2 बोनस शेयर मिलने से वही बढ़कर अब 1998 शेयर  हो चुके थे। अब उसी ₹10000 के निवेश पर जो मात्र डिविडेंड से जो इनकम हुआ वो इस प्रकार है। 
1998 शेयर X ₹5 = ₹9,990 
यह पैसा भी कंपनी ने निवेशक के बैंक अकाउंट में सीधे ट्रांसफर कर दिया होगा। अगर इसे भी जोड़ दिया जाय तो मात्र 1 साल बाद ही निवेशक के द्वारा किया गया ₹10000 का निवेश लगभग 9 गुना हो गया। 

अब यहाँ समझने वाली बात ये है कि निवेशक ने तो मई 2003 में अपने जिस बैंक अकाउंट से ₹10000 कटवाए थे, उसी बैंक अकाउंट में मात्र दो ही साल में विप्रो कंपनी ने लगभग ₹30 हजार डिविडेंड देकर जमा कर दी। जिसकी जानकारी निवेशक को थी ही नहीं।  

अब आप ही सोचिए, कि निवेशक ने विप्रो को तो मात्र ₹10000 दिया जिसके बदले में कंपनी ने मात्र दो साल के अंदर ही निवेशक को लगभग ₹30000 दे दी। जबकि निवेशक का 10000 कंपनी के पास ही अभी भी पड़ा हुआ  है। 

22 Aug 2005 को 1:1 के औसत से जिसका रिकार्ड डेट 23 Aug 2005 था Wipro ने एक बार फिर बोनस शेयर जारी कर दिए।  अब एक बार फिर होल्ड किये गए शेयरों की संख्या दोगुनी होकर 1998 शेयर  X 2 शेयर = 3,996 शेयर हो गयी। अब इन शेयरों पर अगले बोनस शेयर मिलने से पहले तक जो पैसे डिविडेंड के रूप में मिले, वो कुल 21 रुपये  प्रत्येक शेयर पर मिले। 22 Aug 2005 से लेकर 29 Jun 2009 तक डिविडेंड के रूप में निवेशक के बैंक अकाउंट में Wipro ने 3,996 शेयर X ₹21 = ₹83,916 जमा करा दिए। 

इस तरह मई 2003 से लेकर जून 2009 तक मात्र 6 सालों में निवेशक के द्वारा किये गए मात्र ₹10000 के निवेश पर विप्रो ने निवेशक को केवल डिविडेंड के रूप में जो पैसे दिए वो कुल मिलाकर ₹19980 + ₹9,990 + ₹83,916 = ₹1,13,886 हुआ। जो कि ये पैसे कंपनी ने निवेशक के बैंक अकाउंट में सीधे ट्रांसफर कर दिया। जबकि इसमें शेयरों की मूल्य वृद्धि को नहीं जोड़ा गया है। 

2008 की वैश्विक मंदी के बाद Wipro कंपनी ने पहली बार 15 Jun 2010 को 2:3 के औसत से बोनस शेयर जारी किया जिसका रिकार्ड डेट 16 Jun 2010 था। जिसका मतलब ये हुआ कि आपके द्वारा होल्ड किये गए  Wipro के 3 शेयर पर आपको 2 बोनस शेयर मिलेंगे।  चूँकि निवेशक के पास अभी तक Wipro के 3996 शेयर हैं तो :
 (3996 ÷ 3) × 2
= 1332 × 2
= 2664 बोनस शेयर निवेशक को मिलेंगे। 
इस प्रकार निवेशक के पास कुल शेयर (बोनस मिलाकर):
= मौजूदा शेयर + बोनस शेयर
= 3996 + 2664
= 6660 शेयर होंगे। 

निवेशक के द्वारा होल्ड किये गए 6660 शेयर पर 15 Jun 2010 से लेकर 02 Feb 2017 तक जो डिविडेंड इनकम हुई वो ₹53 प्रति शेयर का है। इस प्रकार निवेशक को इस बीच 6660 शेयर X ₹53 = ₹3,52,980 डिविडेंड इनकम हुआ, जो कि कंपनी ने सीधे निवेशक के बैंक अकाउंट में भेज दिए।  

इस प्रकार निवेशक को अब तक केवल डिविडेंड इनकम ₹1,13,886 + ₹3,52,980 = ₹4,66,866 की हुई। 

विप्रो ने अगली बार 13 Jun 2017 को 1:1 के अनुपात से बोनस शेयर जारी किए जिसका रिकार्ड डेट 14 Jun 2017 को था। और एक बार फिर निवेशक की होल्डिंग शेयरों की संख्या दो गुना (6660 शेयर X 2) = 13,320 शेयर हो गए। 

13 Jun 2017 के बाद और अगला बोनस शेयर जारी करने के पहले तक कंपनी ने जो डिविडेंड दिए उसका औसत 2 प्रति शेयर का रहा है। इस प्रकार निवेशक को इस बीच डिविडेंड से जो इनकम हुई वो 13,320 शेयर X ₹2 = ₹26,640 की रही। 
अब निवेशक की टोटल डिविडेंड इनकम ₹4,66,866 + ₹26,640 =   ₹4,93,506 हो गयी। जो कि अब तक कंपनी ने निवेशक के बैंक अकाउंट में सीधे भेज दी है। 

इसके बाद विप्रो कंपनी ने 06 Mar 2019 को 1:3 के औसत से एक बार फिर बोनस शेयर जारी कर दिया जिसका रिकार्ड डेट 07 Mar 2019 को था। हालाँकि इस बार कंपनी ने बोनस शेयर जारी करने में कंजूसी की। इस बार निवेशक को प्रत्येक 3 शेयर पर मात्र एक ही शेयर मिले। अबकी बार निवेशक को मात्र 4,440 बोनस शेयर मिले, जो अब निवेशक के होल्डिंग शेयरों की संख्या बढ़कर 4,440 बोनस शेयर + 13,320 होल्डिंग शेयर = 17,760 शेयर हो गए। 

इस बीच 06 Mar 2019 के बाद और अगला बोनस शेयर जारी करने के पहले तक कंपनी ने जो डिविडेंड दिए उसका औसत ₹10 प्रति शेयर का था। तो इससे निवेशक को इस बीच डिविडेंड से जो इनकम प्राप्त हुई वो 17,760 शेयर X ₹10 = ₹1,77,600 की रही। 
अब निवेशक की टोटल डिविडेंड इनकम बढ़कर  ₹4,93,506 + ₹1,77,600 = ₹6,71,106 हो गयी। जिसे अब तक कंपनी ने निवेशक के बैंक अकाउंट में सीधे जमा कर दी है। 

अंतिम बार कंपनी ने 03 Dec 2024 को 1:1 के औसत से बोनस शेयर जारी करते हुए निवेशकों के होल्डिंग शेयरों की संख्या दुगुनी कर दी, जिसका रिकार्ड डेट 03 Dec 2024 था। अब निवेशक के होल्डिंग शेयरों की संख्या बढकर 17,760 शेयर X 2 = 35,520 शेयर हो गयी। 03 Dec 2024 से लेकर अब तक विप्रो ने जो डिविडेंड जारी किये उसका औसत ₹11 का रहा है। 

इस प्रकार अंतिम बार निवेशक को जो डिविडेंड इनकम मिला वो 35,520 शेयर X ₹11 = ₹3,90,720 रहा है। 

फाइनली, निवेशक को अभी तक कंपनी ने जो डिविडेंड दिया, वो  ₹6,71,106 + ₹3,90,720 = ₹10,61,826 रहा है।
 
तो अभी तक इस लेख में आपको ये जानकारी हो गयी होगी कि निवेशक ने Wipro कंपनी में मई 2003 में मात्र 10000 का निवेश किया और कंपनी ने उसके बदले में निवेशक को तबसे लेकर 28 Jul 2025 तक केवल डिविडेंड इनकम के रूप में निवेशक के बैंक अकाउंट में ₹10,61,826 जमा कर दी है।  जो कि आप इसे कैलकुलेट भी कर सकते हैं। 

इतना ही नहीं, अभी और ध्यान दीजिये कि शुरुआत में निवेशक ने विप्रो कंपनी में जब मई 2003 में ₹10000 का निवेश किया था तो उसके बदले में कंपनी ने ₹15 की दर से मात्र 666 शेयर निवेशक को जारी किये थे। लेकिन इन 22 सालों में कंपनी ने कुल 6 बार बोनस शेयर जारी किये। कंपनी द्वारा जारी किये गए  इन्ही बोनस शेयरों की बदौलत उसी निवेशक के पास आज के दिन में 35,520 शेयर हैं। और आज दिनांक 28 Jul 2025 को NSE पर विप्रो कंपनी के शेयर ₹250.20 पर क्लोजिंग हुई है। 
अगर हम होल्ड किये गए शेयरों की वैल्यू इसी लेबल पर ही कैलकुलेट करें तो : 35,520 शेयर X ₹250.20 = ₹88,87,104 की वैल्यू बन रही है। जबकि कंपनी के शेयर डिविडेंड जारी होने के कारण आज 3.5 % टूट चुके हैं। 

Wipro Share Price Target 2030: क्या यह बनेगा अगला मल्टीबैगर?

इस लेख में अभी तक आप को पता चल गया होगा कि Wipro Ltd  पिछले 22 वर्षों में निवेशकों की दौलत को कई गुना बढ़ाया है, अब रह गयी बात कि  क्या यह स्टॉक 2030 तक फिर से मल्टीबैगर बन सकता है? इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमें Wipro कंपनी की मौजूदा स्थिति, भविष्य की योजनाएं और बाजार ट्रेंड को समझना होगा।

1. कंपनी की मौजूदा स्थिति (As of 2025)

  • शेयर प्राइस (28 जुलाई 2025 को): ₹250.20
  • कुल मार्केट कैप: ₹2.6 लाख करोड़ से अधिक
  • सेक्टोरियल फोकस: डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, AI, Cloud, Cybersecurity
  • क्लाइंट बेस: Fortune 500 कंपनियों के साथ मजबूत संबंध

2. भविष्य की रणनीति और ग्रोथ फैक्टर्स

  • AI और डिजिटल सेवाओं में भारी निवेश: Wipro आने वाले वर्षों में AI, Cloud और IoT को लेकर आक्रामक रणनीति अपना रही है। ये सेगमेंट तेजी से बढ़ रहे हैं और 2030 तक $2 ट्रिलियन से अधिक के मार्केट वैल्यू तक पहुँच सकते हैं।
  • ग्लोबल विस्तार और अधिग्रहण: कंपनी ने हाल ही में यूरोप और अमेरिका में कुछ रणनीतिक अधिग्रहण किए हैं, जिससे राजस्व और ग्राहक आधार में वृद्धि होगी।
  • नवीनतम टेक्नोलॉजी: Wipro अपने ग्राहकों को Edge Computing, Quantum Computing और Green Tech जैसी आधुनिक सेवाएं दे रही है।

3. वित्तीय प्रदर्शन और संभावित ग्रोथ

  • अगले 5 वर्षों में प्रति शेयर आय (EPS) ग्रोथ अनुमान: 12% - 15% CAGR
  • डिविडेंड इतिहास: लगातार और बढ़ती हुई डिविडेंड इनकम
  • ROCE और ROE: IT सेक्टर के औसत से ऊपर

4. Wipro Share Price Target 2030 (अनुमानित)

    वर्ष न्यूनतम लक्ष्य औसत लक्ष्य अधिकतम लक्ष्य
2026 ₹300         ₹340             ₹380
2027 ₹360         ₹420             ₹470
2028 ₹430         ₹510             ₹580
2029 ₹520         ₹600             ₹680
2030 ₹620         ₹720             ₹850

📌 नोट: यह अनुमान विभिन्न ब्रोकरेज रिपोर्ट, फाइनेंशियल पोर्टल्स और कंपनी के प्रदर्शन के आधार पर एक अनुमान मात्र है। इसमें मार्केट रिस्क, वैश्विक मंदी, टेक्नोलॉजी ट्रेंड्स आदि का असर हो सकता है।


क्या Wipro 2030 तक अगला Mult bagger बनेगा?

अगर Wipro अपने मौजूदा मार्ग पर निरंतर प्रगति करता है, तकनीकी नवाचार और क्लाइंट सर्विस में बेहतर बना रहता है, तो इसमें दोबारा मल्टीबैगर बनने की पूरी संभावना है। खासकर जिन निवेशकों का दृष्टिकोण दीर्घकालिक है और जो डिविडेंड + ग्रोथ मॉडल को महत्व देते हैं, उनके लिए यह स्टॉक एक मूल्यवान संपत्ति बन सकता है। बशर्ते, इस कंपनी में आप धैर्य बनाकर पड़े रहें। इस कंपनी की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये कंपनी बोनस देने के मामले में अपने निवेशकों को कभी मायूस नहीं करती है।  Wipro Ltd भारतीय शेयर मार्केट की एकलौती ऐसी कंपनी है जो बोनस देने में सबसे आगे है। 

निष्कर्ष: Wipro Share Price Target 2030: क्या यह बनेगा अगला मल्टीबैगर?

Wipro का अब तक का ट्रैक रिकॉर्ड इसे एक भरोसेमंद दीर्घकालिक निवेश विकल्प बनाता है। यदि आप भविष्य की ग्रोथ स्टोरी का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो Wipro जैसे मजबूत फंडामेंटल्स वाली कंपनियों को पोर्टफोलियो में जरूर रखें। 2030 तक Wipro का शेयर ₹800 तक भी जा सकता है, बशर्ते कंपनी अपने बिजनेस ट्रैक पर बनी रहे और सेक्टर की ग्रोथ बरकरार रहे।

शेयर मूल्य वृद्धि के मामले में अन्य आईटी कंपनियों की अपेक्षा थोड़ा पीछे जरूर रह जाती है। और अन्य आईटी कंपनियों की तरह इस कंपनी के शेयरों के प्राइस कभी भी 1000 के ऊपर नहीं देखे जाते। इसका कारण है कि जब भी Wipro Ltd अपने बूम पर होती है, उसी समय बोनस जारी कर देती है। इस कंपनी का बोनस देने का रिकार्ड बहुत ही शानदार रहा है। साथ ही विप्रो कंपनी के शेयर हमेशा ही आम निवेशकों के लिए सस्ते मूल्य पर उपलब्ध होते  है। 

Wipro एक ऐसी कंपनी रही है जिसने पिछले वर्षों में अपने निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न दिए हैं। अगर आपने शुरुआत में निवेश किया होता और लंबी अवधि तक धैर्य रखा होता, तो आज आप एक अच्छे खासे रिटर्न का लाभ ले रहे होते।
Wipro भले ही कुछ समय तक धीमी ग्रोथ दिखाए, लेकिन यह स्टॉक लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए स्थिरता और भरोसे का प्रतीक है। अगर आप नियमित बोनस, डिविडेंड और धीमी लेकिन मजबूत ग्रोथ चाहते हैं, तो आपके लिए Wipro Ltd एक अच्छा विकल्प हो सकता है।


⚠️ Disclaimer (अस्वीकरण):
यह लेख केवल शैक्षणिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें बताए गए आंकड़े, शेयर प्राइस टारगेट और भविष्यवाणियाँ विभिन्न सार्वजनिक स्रोतों, अनुमान और पुराने प्रदर्शन के आधार पर हैं। यह निवेश सलाह नहीं है।

हम SEBI पंजीकृत निवेश सलाहकार नहीं हैं। शेयर बाजार में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेश करने से पहले कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें। लेखक या प्रकाशक किसी भी लाभ या हानि के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।




❓FAQ: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल


Q1. क्या Wipro एक सुरक्षित निवेश है?

👉 हां, Wipro एक मजबूत बैलेंस शीट और ग्लोबल क्लाइंट बेस वाली कंपनी है। यह दीर्घकालिक निवेश के लिए उपयुक्त है।


Q2. क्या Wipro 2030 तक मल्टीबैगर बन सकता है?

👉 यदि कंपनी की वर्तमान रणनीति और टेक्नोलॉजी ग्रोथ जारी रहती है, तो 2030 तक यह मल्टीबैगर बन सकती है।


Q3. क्या अभी Wipro में निवेश करना सही रहेगा?

👉 अगर आप 5–7 वर्षों का नजरिया रखते हैं और गिरावट में SIP करते हैं, तो यह सही समय है।


Q4. क्या Wipro डिविडेंड भी देती है?

👉 हां, विप्रो नियमित रूप से डिविडेंड देती है और यह इसे डिफेंसिव स्टॉक बनाता है।


Q5. Wipro ने अब तक कितनी बार बोनस शेयर दिए हैं?

👉 1981 से लेकर 2019 तक Wipro ने लगभग 13 बार बोनस दिए हैं।


Q6. क्या Wipro मल्टीबैगर स्टॉक रहा है?

👉 हां, शुरुआती निवेशकों के लिए यह एक मल्टीबैगर स्टॉक रहा है।


Q7. Wipro का डिविडेंड कैसा रहता है?

👉 कंपनी नियमित रूप से अच्छा डिविडेंड देती है, जिससे निवेशकों को स्थिर आय होती है।


Q8. क्या Wipro 2030 तक ₹1000 का आंकड़ा छू सकता है?

👉 अगर कंपनी की ग्रोथ रफ्तार बनी रही और IT सेक्टर में तेजी आई, तो यह संभव है, लेकिन बाजार जोखिमों को जरूर समझें।



अगर आपको यह लेख उपयोगी लगा हो तो शेयर करें और कमेंट में बताएं — क्या आपने कभी Wipro में निवेश किया है या करने की सोच रहे हैं?


📌 निवेश से पहले वित्तीय सलाह जरूर लें।

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