Multibagger Stock शेयर बाजार में अक्सर कहा जाता है कि "धैर्य ही असली संपत्ति है"। अगर आपने सही कंपनी चुनी और सही समय पर निवेश किया, तो छोटी-सी राशि भी आपको करोड़पति बना सकती है। ऐसे ही स्टॉक्स को कहते हैं Multibagger Stock।
यानी ऐसे शेयर जो समय के साथ अपनी कीमत कई गुना बढ़ा देते हैं। मल्टीबैगर स्टॉक्स न केवल पूंजी बढ़ाते हैं बल्कि लंबे समय में निवेशकों के लिए संपत्ति बनाने का सबसे प्रभावी तरीका होते हैं। Pidilite Industries इसका सबसे अच्छा उदाहरण है। 2005 में इसमें छोटा-सा निवेश करने वाले आज करोड़पति बन चुके हैं। और दिलचस्प बात यह है कि यह जादू केवल शेयर की कीमत बढ़ने से नहीं हुआ, बल्कि बोनस, स्प्लिट और डिविडेंड जैसे रिवार्ड्स ने भी इसमें अहम योगदान दिया।
अगर आपने जनवरी 2005 में Pidilite Industries के शेयर लगभग ₹20 प्रति शेयर की दर से खरीदे होते, तो ₹10,000 के निवेश से आपके पास करीब 500 शेयर आते। जो कि आने वाले वर्षों में कंपनी ने 2 बार बोनस शेयर, 1 बार स्टॉक स्प्लिट और हर साल आकर्षक डिविडेंड भी दिए, जिससे आपके पास शेयरों की संख्या कई गुना बढ़ गई। 2025 में जब इस शेयर की कीमत ₹3,081 प्रति शेयर पहुंच गई, तो यह निवेश केवल प्राइस ग्रोथ से ही लगभग ₹3.07 करोड़ का हो गया। इसमें डिविडेंड से हुई अतिरिक्त कमाई को जोड़ें, तो कुल रिटर्न और भी ज़्यादा होता। यानी, जिसने 2005 में सिर्फ ₹10,000 लगाए और धैर्य के साथ निवेश को होल्ड किया, उसने आज एक साधारण-सा निवेश को एक विशाल संपत्ति में बदल लिया।
Pidilite Industries क्या है? | Pidilite Company Details:
- स्थापना: 1959
- संस्थापक: बलवंतराय के. पारिख
- मुख्यालय: अंधेरी, मुंबई, महाराष्ट्र
- सेक्टर: Adhesives, Sealants, Construction Chemicals, Art Materials
Pidilite Industries प्रमुख ब्रांड्स:
- Fevicol – भारत का सबसे भरोसेमंद चिपकाने वाला (Adhesive), जिसका नाम सुनते ही “मजबूत जोड़” याद आ जाता है।
- Fevikwik – “झटपट जोड़ो” वाला तेज़ असर करने वाला गोंद।
- Dr. Fixit – उच्च-गुणवत्ता वाले waterproofing solutions।
- M-Seal – लीक रिपेयर और क्रैक भरने के लिए पुट्टी।
- Hobby Ideas – आर्ट और क्राफ्ट से जुड़ी क्रिएटिविटी का समाधान।
Pidilite सिर्फ एक ब्रांड का नाम नहीं, बल्कि कई प्रोडक्ट कैटेगरीज में मार्केट लीडर है। खासतौर पर Adhesive सेक्टर में इसका मार्केट शेयर 70% से ज्यादा है, जो इसकी मजबूत पकड़ और ग्राहक विश्वास को दर्शाता है।
Pidilite Industries की स्थापना कैसे हुई?
"Fevicol का मजबूत जोड़ है, टूटेगा नहीं..." यह टैगलाइन सिर्फ एक विज्ञापन की लाइनें ही नहीं, बल्कि एक ब्रांड की पहचान बन चुकी है। आज भारत में शायद ही कोई घर हो जहाँ Fevicol, Fevikwik, Dr. Fixit या M-Seal का इस्तेमाल न होता हो। इस अद्भुत सफर के पीछे हैं बलवंतराय कल्याणजी पारेख, जिन्हें लोग प्यार से "भारत का Fevicol मैन" कहते हैं।
शुरुआत एक छोटे से सपने से
1925 में गुजरात के महुआ कस्बे में जन्मे बलवंतराय पारेख ने वकालत की पढ़ाई की, लेकिन उनका मन अदालतों में नहीं लगा। मुंबई आने के बाद उन्होंने एक डाइंग और प्रिंटिंग प्रेस में नौकरी की, फिर लकड़ी के व्यापारी के ऑफिस में चपरासी बने। यहीं से उन्होंने सपनों को पंख देना शुरू किया।
व्यापार की पहली सीढ़ी
एक निवेशक की मदद से उन्होंने साइकिल, एरेका नट और पेपर डाईज़ को इंपोर्ट करने का बिजनेस शुरू किया। बाद में जर्मनी की कंपनी Hoechst के साथ साझेदारी की और 1954 में पहली बार विदेश यात्रा की। कुछ साल बाद उन्होंने अपने भाइयों के साथ Parekh Dyechem Industries नाम से केमिकल्स और डाईज़ का कारोबार शुरू किया।
Pidilite Industries की शुरुआत साल 1959 में बलवंतराय के. पारिख ने एक छोटे से निर्माण यूनिट के रूप में की थी। उस समय भारत में उच्च-गुणवत्ता वाले सिंथेटिक रेज़िन और एडहेसिव का उत्पादन बहुत कम होता था, और ज्यादातर सामग्री विदेश से आयात करनी पड़ती थी।
बलवंतराय पारिख ने इस कमी को एक अवसर में बदला और भारत में ही आधुनिक चिपकाने वाले (Adhesive) और रासायनिक उत्पाद बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने Fevicol नामक उत्पाद लॉन्च किया, जो पहले सिर्फ कारपेंटर्स और फर्नीचर निर्माताओं के लिए था। समय के साथ यह न सिर्फ प्रोफेशनल्स बल्कि आम घरों में भी इस्तेमाल होने लगा।
धीरे-धीरे Pidilite ने अपने उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार किया — Fevikwik, Dr. Fixit, M-Seal, और Hobby Ideas जैसे ब्रांड लॉन्च किए, और Adhesive, Waterproofing, Sealants तथा Art & Craft सामग्री के क्षेत्र में भारत का निर्विवाद लीडर बन गया।
Pidilite के कितने प्रोडक्ट्स हैं? | पूरी लिस्ट हिंदी में
Pidilite Industries एक बहु-उद्देश्यीय कंपनी है जिसके पास 300 से भी अधिक उत्पाद हैं, जो घरेलू उपयोग, निर्माण, आर्ट-क्राफ्ट, औद्योगिक और वॉटरप्रूफिंग जैसी कई श्रेणियों में उपयोग किए जाते हैं।
इसका सबसे लोकप्रिय ब्रांड है Fevicol, लेकिन इसके अलावा भी Pidilite के कई ब्रांड्स और उत्पाद बाजार में मौजूद हैं।
Pidilite Products की प्रमुख श्रेणियां:
1. Adhesives (गोंद / चिपकने वाले पदार्थ)
- Fevicol SH
- Fevicol Marine
- Fevicol Speedx
- Fevicol Hi-Per
- Fevicol Probond
- Fevikwik
- Fevigum
- Fevibond
- Fevi Stick (Glue Stick)
2. Art & Craft Products (कलात्मक उपयोग)
- Fevicryl Acrylic Colours
- Fevicryl Fabric Colours
- Fevicryl 3D Outliners
- Fevicryl Mouldit
- Fevicryl Glass Colours
- Hobby Ideas DIY Kits
- Fevistik for kids
3. Construction Chemicals (निर्माण रसायन)
- Dr. Fixit LW+ (Waterproofing)
- Dr. Fixit Raincoat
- Dr. Fixit Pidiproof
- Dr. Fixit Pidifin
- Dr. Fixit Fevimate XL
- Roff Tile Adhesives & Grouts
- Roff T09 Fixer
4. Sealants (सील करने वाले रसायन)
- M-Seal Regular
- M-Seal Phataphat
- M-Seal Sanitary
- M-Seal GP
- M-Seal Super
5. Industrial Adhesives & Chemicals (औद्योगिक उपयोग)
- Pidicryl
- Pidibond
- Pidifine
- Pidilac
- Pidiflo
6. Furniture Care & DIY Products
- WD-40 (Multi-use spray) (भारत में वितरण)
- Fevicol SpeedX
- Fevicol HeatX (High Heat Adhesive)
Pidilite Industries – ₹10,000 से ₹6 करोड़ का सफर
Pidilite Industries Share Price
Pidilite Industries से ₹10,000 का निवेश कैसे बना ₹6.38 करोड़: अगर जनवरी 2005 में आपने Pidilite Industries के शेयरों में ₹10,000 का निवेश किया होता, तो उस समय औसतन ₹20 प्रति शेयर की कीमत पर आपको 500 शेयर मिलते। उसी साल कंपनी ने फेस वैल्यू ₹10 से ₹1 में स्प्लिट किया, जिससे आपके शेयर 500 से बढ़कर 5,000 हो गए। 2010 में कंपनी ने 1:1 बोनस दिया और शेयर संख्या 10,000 हो गई। इसके बाद 2020 में एक और 1:1 बोनस मिलने पर आपके पास 20,000 शेयर हो गए।इन 20 वर्षों में Pidilite ने हर साल डिविडेंड भी दिया। 2005 में ₹5,000 से शुरू हुई डिविडेंड इनकम साल-दर-साल बढ़ती गई और 2025 तक यह कुल लगभग ₹22,47,750 तक पहुँच गई। वहीं, 2025 में कंपनी का शेयर प्राइस ₹3,081.30 होने से आपके 20,000 शेयरों की वैल्यू ₹6,16,26,000 हो गई।
यानि, शुरुआती ₹10,000 का निवेश, डिविडेंड समेत, 20 साल में ₹6.38 करोड़ में बदल गया। यह शानदार सफर बताता है कि कैसे Pidilite Industries अपने निवेशकों के लिए एक असली “मल्टीबैगर” साबित हुआ।
निवेश यात्रा का सारांश
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शुरुआती निवेश (2005): ₹10,000 (500 शेयर)
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स्प्लिट (2005): 500 → 5,000 शेयर
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बोनस (2010): 5,000 → 10,000 शेयर
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बोनस (2020): 10,000 → 20,000 शेयर
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कुल डिविडेंड (2005–2025): ₹22.48 लाख
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शेयर वैल्यू (2025): ₹6.16 करोड़
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कुल संपत्ति: ₹6.38 करोड़
निष्कर्ष: सिर्फ ₹10,000 का धैर्यपूर्ण निवेश, समय और कंपनी की ग्रोथ ने निवेशक को करोड़पति बना दिया।
मल्टीबैगर स्टॉक को लेकर सच्चाई
आजकल लोगों के बीच एक आम गलतफहमी है कि मल्टीबैगर स्टॉक मतलब वह शेयर जो आपको रातों-रात या कुछ ही महीनों में करोड़पति बना देगा। इसी सोच के कारण कई नए निवेशक बिना रिसर्च किए, केवल चर्चा और अफवाहों के आधार पर, तथाकथित “पैनी स्टॉक्स” या बहुत सस्ते शेयरों में पैसा लगा देते हैं।
ऐसा करते समय वे यह भूल जाते हैं कि शेयर बाजार में तेज़ी दिखाना और लंबे समय तक स्थिर रहना, दोनों बिल्कुल अलग बातें हैं। बहुत सी कंपनियाँ शुरुआत में तो तेज़ रफ्तार से बढ़ती हैं, लेकिन कुछ ही समय में उनका बिजनेस लड़खड़ाने लगता है। नतीजा यह होता है कि उनके शेयर की कीमत इस कदर गिरती है कि वह फिर कभी अपने पुराने स्तर तक लौट ही नहीं पाती।
ऐसी स्थिति में निवेशक बस उम्मीद लगाए बैठे रहते हैं, सालों इंतज़ार करते हैं, लेकिन उनका पैसा वापस नहीं आता और सपनों का “मल्टीबैगर” घाटे का सौदा बन जाता है।


